प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार लाना है, साथ ही गर्भावस्था के दौरान मां को होने वाली मजदूरी की क्षति की आंशिक भरपाई करना है।
योजना का लाभ किसे मिल सकता है?
यह योजना उन सभी गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए लागू है जो:
- भारत की नागरिक हैं।
- पहली बार मां बनने वाली हैं या जिनके पहले से एक जीवित संतान है। (दूसरे बच्चे के लिए यह लाभ केवल तभी मिलेगा जब दूसरा बच्चा लड़की हो)
- किसी भी सरकारी या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में नियमित रूप से कार्यरत नहीं हैं।
- किसी अन्य कानून के तहत समान लाभ प्राप्त नहीं कर रहीं हैं।
नोट: दूसरी संतान के लिए योजना का लाभ केवल तभी मिलेगा, जब दूसरा जन्म लेने वाला बच्चा लड़की हो।
योजना के तहत मिलने वाली राशि
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को कुल ₹5000 की राशि प्रदान की जाती है। यह राशि तीन किस्तों में महिला के बैंक खाते में सीधे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से जमा की जाती है।
- पहली किस्त (₹1000): गर्भावस्था के दौरान आंगनवाड़ी केंद्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर PMMVY में पंजीकरण कराने पर।
- दूसरी किस्त (₹2000): गर्भावस्था के छह महीने बाद कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच (Antenatal Checkup) कराने पर।
- तीसरी किस्त (₹2000): बच्चे के जन्म के बाद और उसका पंजीकरण कराने पर।
योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया काफी सरल है। आप निम्नलिखित तरीकों से आवेदन कर सकती हैं:
- आंगनवाड़ी केंद्र: अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र पर जाकर आशा कार्यकर्ता से संपर्क करें। वह आपको पंजीकरण कराने में मदद करेंगी।
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र: अपने क्षेत्र के सरकारी अस्पताल या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर वहां के डॉक्टर या स्टाफ से संपर्क करें।
- ऑनलाइन आवेदन: अभी तक PMMVY के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा शुरू नहीं हुई है।
आवश्यक दस्तावेज
आवेदन के समय आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- गर्भावस्था प्रमाण पत्र (Doctor द्वारा प्रमाणित)
- जन्म प्रमाण पत्र (यदि बच्चे का जन्म हो चुका है)
- आधार कार्ड
- बैंक खाते का विवरण (जिसमें राशि जमा होनी चाहिए)
- पते का प्रमाण (आधार कार्ड / राशन कार्ड)
- स्व-घोषणा पत्र (यदि पहले से एक संतान है)
योजना के लाभ
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को कई लाभ मिलते हैं, जैसे:
- आर्थिक सहायता: ₹5000 की राशि गर्भवती महिला को पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने और बच्चे के जन्म के लिए आवश्यक चीजों की खरीद में सहायता करती है।
- प्रसवपूर्व जांच को बढ़ावा देना: दूसरी किस्त का भुगतान प्रसवपूर्व जांच कराने के बाद ही किया जाता है, जिससे गर्भवती महिलाओं को नियमित जांच कराने के लिए प्रोत्साहन मिलता है।
- शिशु टीकाकरण को बढ़ावा देना: योजना के तहत जन्म के बाद बच्चे के टीकाकरण पर भी बल दिया जाता है
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य, पोषण और समग्र कल्याण में सुधार लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना वित्तीय सहायता प्रदान करके न केवल गर्भवती महिलाओं का बोझ कम करती है बल्कि प्रसवपूर्व और प्रसवोत्तर देखभाल को बढ़ावा देकर माँ और बच्चे के स्वास्थ्य में भी सुधार करती है। उम्मीद है कि भविष्य में इस योजना का दायरा बढ़ाया जाएगा और ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी शुरू कर दी जाएगी।